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N-1.1 ईश्वर का परिचय - ईश्वर कितना महान है ?

• प्रकाश की किरणें एक सेकंड में ३ लाख किलोमीटर की यात्रा करती हैं। यानी एक सेकंड में इस धरती के जिस पर हम रहते हैं ७ बार चक्कर लगा सकती हैं।

• हमारा सूर्य धरती से इतना दूर है कि उससे निकली एक प्रकाश की किरण को धरती तक पहुंचने के लिए ८ मिनिट लगते हैं।

• सूर्य पृथ्वी से १३ लाख गुना बड़ा है। मगर से सूर्य ही इस ब्रह्माण्ड का सबसे बड़ा तारा नहीं है। बल्कि (Etacarinae) इटाक्रिना नाम का तारा सूर्य से ५० लाख गुना बड़ा है। (Betel Geuse) बेटल ज्यूस नाम का तारा हमारे सूर्य से ३० करोड़ गुना बड़ा है। (V.Y. Canismajoris) वी.वाय. कॅनीस्मेजोरिस नाम का तारा सूर्य से १ अरब गुना बड़ा है। हम जिस आकाशगंगा में हैं इसका नाम मिल्की वे गॅलेक्सी है और इस आकाशगंगा में हमारे सूर्य जैसे ३०० अरब सूर्य हैं।

• हमारी यह आकाशगंगा इतनी व्यापक व बड़ी है कि ३ लाख किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करने वाली प्रकाश की एक किरण को इस आकाशगंगा के एक सिरे (किनारे) से दूसरे सिरे तक यात्रा करने के लिए १ लाख वर्ष लगेंगे।

• हमारी इस आकाशगंगा से दुगनी बड़ी आकाशगंगा जो हमसे नजदीक है उसका नाम ॲड्रोमिडा (Andromeda) है। और जो ६० गुणा बड़ी है उसका नाम M-81 और जो ६०० गुणा बड़ी है उसका नाम है IC-1011 है।

ऐसे ही बहुत सारी आकाशगंगा मिलकर एक कल्श्टर बनाती हैं। हम जिस कल्श्टर में हैं उसका नाम विरगो कल्श्टर है। इस कल्श्टर में लगभग ४७ हजार आकाशगंगा हैं।

• बहुत से कल्श्टर मिलकर १ सुपर कल्श्टर बनाते हैं। हमारी आकाशगंगा जिस सुपर कल्श्टर में है उसका नाम लोकल सुपर कल्श्टर है। इस लोकल सुपर कल्श्टर में १०० से ज्यादा कल्शटर हैं और हमारे ब्रह्माण्ड में ऐसे १ करोड़ से ज्यादा सुपर कल्श्टर हैं और इस सारे ब्रह्माण्ड को एक ईश्वर ने बनाया है जो इन सबसे बड़ा है ?

क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ईश्वर कितना महान है और हमारी यह धरती और हम ईश्वर के महान साम्राज्य में कितने छोटे हैं?
हमने जो कुछ कहा वह आप यू-ट्युब की इस लिंक पर देख सकते हैं ।